Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023: केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हम सभी जानते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके लिए सरकार की तरफ से किसानों की जरूरत के हिसाब से तरह-तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। वर्तमान में सरकार द्वारा मछली पालन यानि एक्वाकल्चर करने वाले किसानों को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत में मछली पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की शुरुआत की गई है।
केंद्र की मोदी सरकार ने इस योजना को ‘नीली क्रांति’ नाम दिया है। इस योजना के तहत एक्वाकल्चर करने वाले किसानों को कई तरह की सुविधाएं जैसे बैंक लोन, बीमा आदि प्रदान की जाएगी। अगर आप भी इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पोस्ट में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) 2023 के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म के बारे में बताया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक ऐसी योजना है, जिसके माध्यम से मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को अपनी आय में वृद्धि करने के साथ-साथ अपने जीवन स्तर को सुधारना है। दरअसल सरकार इस योजना के तहत एक्वाकल्चर को बढ़ावा देना चाहती है, ताकि जलीय क्षेत्रों में कारोबार को काफी हद तक बढ़ाया जा सके।
PMMSY Scheme के तहत मछली पालन के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सरकार की ओर से 3 लाख रुपए का लोन मुहैया कराया जा रहा है। बजट में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लिए 20,050 करोड़ रुपये का कोष बनाया गया है। इस राशि का उपयोग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में किया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने आर्थिक पैकेज में PM Matsya Sampada Yojana 2023 का शुभारंभ किया। मछली पालन को बढ़ावा देने और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मत्स्य संपदा योजना लागू करने की घोषणा की गई है। सरकार इस योजना के तहत सभी मछुआरों या मछली किसान समुदायों को लाभान्वित करने पर ध्यान दे रही है। इस लेख के माध्यम से हम आपको मत्स्य सम्पदा योजना की जानकारी देंगे। आप कैसे इस योजना के लिए पात्र है और कैसे आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते है। हितग्राहियों को क्या-क्या लाभ दिया जायेगा ?
- बजट में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की घोषणा की गई थी।
- सरकार 20,000 करोड़ रुपए से इस योजना की शुरुआत करेगी।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत अभियान आर्थिक पैकेज की तीसरी किस्त के तहत यह ऐलान किया।
- इस योजना से 55 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
- इसमें मछुआरा समुदाय के लोगों के लिए ऋण सुविधा को आसान बनाया जाएगा।
- अन्य लोगों को भी जलीय उत्पादों से संबंधित व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जलीय क्षेत्रों में भी योजना शुरू की गई है।
- इसके तहत प्राइस चेन को मजबूत करने संबंधी महत्वपूर्ण कमियों को दूर किया जाएगा।
- मछली उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
- इनमें बुनियादी ढांचा, आधुनिकीकरण, पता लगाने की क्षमता, उत्पादन, उत्पादकता, उपज प्रबंधन और गुणवत्ता नियंत्रण शामिल होगा।
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 के तहत, सरकार किसान कल्याण कार्यक्रमों और दुर्घटना बीमा के लिए विस्तारित कवरेज के साथ सभी मछुआरों या मछली पालकों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ देना चाहती है।
- इस योजना में सरकार समुद्री खरपतवार मोती और सजावटी मछली की खेती की सुविधा देगी।
- इससे मछुआरों को व्यापार में बेहतर मुनाफा मिलेगा।
Short Details of PM Matsya Sampada Yojana 2023
योजना | प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना 2023 |
किसके द्वारा शुरू की गई | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
आरंभ तिथि | 10 सितंबर 2020 |
योजना का उद्देश्य | मत्स्य उत्पादन और निर्यात को बढ़ाना |
योजना के लाभार्थी | मछुआ किसान |
योजना का लाभ | बागवानी वस्तुओं को विशाल बर्बादी से रोकना |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन |
अधिकारिक वेबसाइट | www.pmmsy.dof.gov.in |
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2023 का उद्देश्य क्या हैं?
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना वर्तमान में मत्स्य पालन के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सबसे बड़ी योजना है। इस योजना के लिए 20000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जो इस योजना के स्तर को स्पष्ट रूप से दिखाता है। भारत की अर्थव्यवस्था का एक अच्छा हिस्सा पशुपालन पर निर्भर है। पशुपालन की तरह मछली पालन में भी लगे लोगों की संख्या लाखों में है। विभिन्न गतिविधियों के कारण देश में विभिन्न प्रकार की मछलियों की मांग है, ऐसे में यदि इस क्षेत्र को थोड़ा और विकसित और उन्नत बनाने पर ध्यान दिया जाए तो इसमें रोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2023 के लाभ एवं विशेषताएं
जलीय क्षेत्र को प्रोत्साहन :-
- देश में सभी क्षेत्रों के लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं, लेकिन जलीय क्षेत्र ऐसा है, जिसका बेहतर लाभ अब तक नहीं मिल सका है। इस योजना के माध्यम से जलीय क्षेत्र को भी अन्य क्षेत्रों की भांति समान लाभ प्राप्त होगा। ताकि जलीय क्षेत्र को भी बढ़ावा दिया जा सके।
मत्स्य पालन को प्रोत्साहन :-
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 भी मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, क्योंकि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिससे मछली का उत्पादन भी बढ़ेगा।
मछुआरों के लिए ऋण सुविधा :-
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 के माध्यम से मछुआरा समुदाय के लोगों के लिए ऋण की सुविधा आसान की जाएगी, जिससे जलीय क्षेत्रों में भी जलीय उत्पादों से संबंधित या अन्य व्यवसाय करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
वित्तीय सहायता :-
- पिछले साल मोदी सरकार ने इसके लिए एक फंड आवंटित किया था, जो 7,522 करोड़ रुपये था। इस फंड को फिशरीज एंड एक्वाकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड यानी एफआईडीएफ कहा गया। इस कोष से राज्य सरकार, सहकारी समितियों, व्यक्तियों एवं उद्यमियों को उचित दर पर Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
बीमा सुरक्षा :-
- Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 के माध्यम से सरकार मत्स्य पालन एवं जलीय क्षेत्र में कार्यरत मछुआरों को भी किसानों एवं समाज के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं में शामिल करना चाहती है। जिससे उन्हें दुर्घटना बीमा भी मिल सके।
कुल लक्ष्य :-
- सरकार ने वर्ष 2020 तक 15 मिलियन टन मछली उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
नए विभाग का निर्माण :-
- प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को ‘नीली क्रांति’ का नाम दिया है. और इस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके इसके लिए मोदी सरकार द्वारा एक अलग विभाग भी बनाया गया है। जिसका नाम है मत्स्य विभाग। इस योजना के अंतर्गत ही यह विभाग बनाया जा रहा है।
मत्स्य सम्पदा योजना 2023 के अंतर्गत लाभार्थी
- मछुआरे
- मछली किसान
- मछली श्रमिकों और मछली विक्रेता
- मत्स्य विकास निगम
- मत्स्य पालन क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह
- केंद्र सरकार और इकाइयां
- मत्स्य सहकारिता
- मत्स्य पालन संघ
- उद्यमी और निजी फर्म
- मछली किसान उत्पादक संगठन
- एससी एसटी महिला अलग-अलग विकलांग व्यक्ति
- राज्य सरकारें संघ राज्य क्षेत्र और उनके संस्थान
- राज्य पशुपालन विकास बोर्ड
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Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023 (आर्थिक पैकेज)
- प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2023 के लिए 20 हजार करोड़ रुपये रखे गए हैं।
- इससे 5 वर्षों में 70 लाख टन का अतिरिक्त मछली उत्पादन होगा।
- 55 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
- इसकी मूल्य श्रृंखला की खामियों को दूर किया जाएगा।
- समुद्री मत्स्य पालन पर 11,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और इसके लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने पर 9,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
- एक लाख करोड़ रुपये का मत्स्य निर्यात होगा।
- मछुआरों और नाविकों के लिए बीमा होगा।
- सरकार समुद्री और अंतर्देशीय मात्स्यिकी के एकीकृत, सतत, समावेशी विकास के लिए PMMSY शुरू करेगी।
- यह योजना एक मजबूत मत्स्य प्रबंधन संरचना की स्थापना करेगी।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2023 {PMMSY} से क्या फायदा होगा?
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का उद्देश्य देश में मत्स्य पालन के बुनियादी ढांचे का निर्माण करना और उसे और विकसित करना है। मिल रही खबरों के मुताबिक मत्स्य पालन योजना से 55 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा और पांच साल में 70 लाख टन अतिरिक्त मछली उत्पादन होगा। अगर इस योजना से सामान्य मछुआरों को मिलने वाले लाभों की बात करें तो इस योजना के माध्यम से कोई भी व्यक्ति या मछुआरा सरकार से इस क्षेत्र में व्यवसाय शुरू करने के लिए 3 लाख का आसान ऋण ले सकता है। इस योजना से 23 राज्यों के मत्स्य उत्पादन को लाभ मिलेगा।
उपलब्धियाँ:
- वर्ष 2019-20 की तुलना में वर्ष 2021-22 तक मत्स्य क्षेत्र में 14.3 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है।
- मत्स्य उत्पादन जो वर्ष 2019-20 में 141.64 लाख टन था, वह वर्ष 2021-22 में अब तक के सर्वाधिक 161.87 लाख टन (अनंतिम) तक पहुंच गया।
- निर्यात में भी हमने 57,587 करोड़ रुपये मूल्य के 13.64 लाख टन का अब तक का सर्वाधिक निर्यात स्तर हासिल किया है, जो झींगा निर्यात के प्रभुत्व को दर्शाता है।
- वर्तमान में चीन, थाईलैंड, जापान, ताइवान, ट्यूनीशिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, हांगकांग, कुवैत आदि सहित 123 देशों को निर्यात कर रहा है।
- पीएमएमएसवाई ने 22 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में बीमा कवरेज के तहत 31.47 लाख किसानों को सहायता दी है।
मत्स्य शिक्षा के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू
मत्स्य पालन के क्षेत्र का विस्तार करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इन योजनाओं के माध्यम से अब बिहार राज्य के किसान अपनी मछली को दूसरे राज्यों में निर्यात कर सकेंगे जिससे अन्य राज्यों में मछली की बढ़ती कमी को पूरा किया जा सकेगा। अरब के फिशरीज कॉलेज के छात्रों को मछली शिक्षा की सुविधा के लिए राज्य सरकार द्वारा दिए गए योगदान के बारे में सूचित किया जाएगा।
इस घोषणा के बाद कॉलेज के अधिकारियों ने भविष्य की योजना तैयार कर ली है। शासन द्वारा इस योजना के संचालन हेतु जनशक्ति एवं अन्य संसाधनों के विकास का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जायेगा। इसके माध्यम से मत्स्य महाविद्यालयों को मत्स्य पालन के क्षेत्र में अधिक जानकारी मिल सकेगी, जो भविष्य में विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगी।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2023 के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के तहत आवेदन करने के लिए देश के मछुआरा और मत्स्य पालन क्षेत्र से जुड़े लोगों को निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन करना होगा:-
- सबसे पहले आपको NFDB की official website पर जाना होगा। अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आ जाएगा।
- वेबसाइट के होमपेज पर आपको सबसे नीचे दिए गए “Quick Links” सेक्शन के अंतर्गत “Template” के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक नया पेज प्रदर्शित किया जाएगा। इस नए पेज पर आपको बाईं ओर दिए गए विकल्प “Template for preparation of DPR for Fisheries Projects” पर क्लिक करना होगा। अब आपको अपनी इच्छा के अनुसार दिए गए दो विकल्पों में से किसी एक विकल्प पर क्लिक करके आवेदन फॉर्म को डाउनलोड करना होगा।
- इसके बाद आपको आवेदन पत्र में मांगी गई सभी आवश्यक जानकारियों का विवरण दर्ज करना होगा। अब आपको मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
- अब आपको NFDB और मत्स्य विभाग को सहायक दस्तावेजों के साथ अपनी डीपीआर जमा करनी होगी। आपको ध्यान देना चाहिए कि DPR की दो प्रतियां NFDB को और एक प्रति डीओएफ को भेजी जानी चाहिए।
Contact Information
इस योजना के बारे में सभी आवश्यक जानकारी इस लेख में प्रदान की गई है। फिर भी इस योजना से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए आप अपने जिला मत्स्य अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए नेशनल बोर्ड ऑफ फिशरीज – NFDB द्वारा प्रबंधित नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
- Contact Number – 1800-425-1660
Quick Links
Apply | Click Here |
Official Website | Click Here |
FAQs About Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2023
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना क्या है ?
सरकार द्वारा देश के मत्स्य विभाग में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना जारी की गई है।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत किसने की है?
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा की गई है।
PMMSY का मतलब क्या है?
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana
PM Matsya Sampada Yojana 2023 के कार्यान्वयन की अवधि की व्याख्या करें?
PM Matsya Sampada Yojana 2023 के क्रियान्वयन की अवधि 2020-21 से 2024-25 तक पांच वर्ष प्रस्तावित है।
PM Matsya Sampada Yojana 2023 की देखभाल किस विभाग द्वारा की जाती है?
PM Matsya Sampada Yojana 2023 की देखरेख भारत सरकार के मत्स्य विभाग द्वारा की जाती है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का मुख्य उद्देश्य देश में मछली और जलीय कृषि उत्पादन और मछुआरों की स्थिति में सुधार करना है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के घटकों के बारे में बताइये।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना को दो घटकों में विभाजित किया गया है: - केंद्रीय क्षेत्र और केंद्र प्रायोजित योजना।