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सीबीआई क्या है? सीबीआई का फुल फॉर्म क्या है? | CBI kya hai in Hindi

CBI kya hai: आपने कभी ना कभी सीबीआई शब्द के बारे में तो सुना ही होगा जैसे सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी या अन्य कई केस में सीबीआई जांच की मांग की जाती है। सीबीआई क्या है? सीबीआई कौन है? सीबीआई क्या करता है? आज इस लेख में हम आपको सीबीआई से जुड़ी सभी जानकारी देने वाले हैं अगर आप भी जानना चाहते हैं सीबीआई क्या है तो इस लेख के माध्यम से आसानी से समझ सकते है।

अक्सर जब कोई बड़ा भ्रष्टाचार का केस होता है या कोई बड़ा मर्डर केस या किसी गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त करना होती है तब अक्सर सीबीआई जांच की मांग की जाती है। सीबीआई कौन होती है? और सीबीआई किसके अधीन कार्य करती है? और सीबीआई के पास क्या अधिकार है? आज इस विषय में हम चर्चा करने वाले है। CBI kya hai in Hindi

सीबीआई क्या है? (CBI kya hai)

जब भी कोई अपराधिक मामला सामने आता है तब उसकी जांच पुलिस द्वारा की जाती है और जब अपराध के तार किसी दूसरे राज्य से जुड़े होते हैं तब पुलिस को दूसरे राज्य की पुलिस से कॉर्पोरेट करना पड़ता है। कई बार ऐसा भी होता है कि अपराधिक मामला किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति से जुड़ा हुआ होता है और कई बार ऐसा भी हो सकता है कि वह व्यक्ति सिस्टम में काफी अच्छी पकड़ रखता हो।

जब भी कोई ऐसा मामला सामने आता है जो कि काफी अधिक पेचीदा होता है और पुलिस के अधिकारों के बाहर हो जाता है या जिसे पुलिस द्वारा हैंडल नहीं किया जा सकता तो ऐसे अपराधिक मामलों की जांच “स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम” को सौंप दी जाती है जिसे हम “सीबीआई” (CBI )कहते है। 

एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को आप एक पुलिस की तरफ भी देख सकते हैं लेकिन ये कोई राज्य से जुड़ी आम पुलिस नहीं है बल्कि केंद्र के लिए काम करने वाली पुलिस कहा जा सकता है। सीबीआई एक उच्च अधिकारी का दर्जा होता है। 

सीबीआई किसी भी राज्य के अधीन नहीं होती है बल्कि यह केंद्र के निर्देशों का पालन करती है और भारत सरकार के अधीन रहकर कार्य करती है। सीबीआई जांच की मांग तब की जाती है जब अपराधिक मामला काफी बड़ा होता है और जिसके लिए उच्च अधिकारी जांच की मांग की जाती है।

सीबीआई का फुल फॉर्म क्या होता है? (CBI full form in Hindi)

आज के समय में सब शॉर्ट फॉर्म में सीबीआई कह देते हैं इसलिए ज्यादातर लोगों को सीबीआई के फुल फॉर्म के बारे में पता नहीं होता है और ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कभी लोगों को इसकी जरूरत नहीं पड़ी है। दोस्तों सीबीआई का फुल फॉर्म “सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन” (Central Bureau of Investigation) होता है  वहीं आप  इसे हिंदी में “केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो” भी कह सकते है। सीबीआई उन उच्च अधिकारियों को कहा जाता है जो कि केंद्र के अधीन कार्य करते हैं और स्पेशल अपराधिक मामलों की जांच के लिए जाने जाते है।

सीबीआई की स्थापना कब की गई थी? (CBI ki sthapna kab hui)

सीबीआई की स्थापना साल 1963 में भारत सरकार के गृह मंत्रालय के द्वारा की गई थी।  सीबीआई की सबसे बड़ी जरूरत तब होती है जब जांच का दायरा काफी बड़ा होता है जो कि किसी एक राज्य से कई राज्यों में फैला होता है या फिर विदेश तक फैला होता है। कुछ ऐसे ही बड़े अपराधिक मामलों की जांच के लिए सीबीआई की स्थापना की गई थी।

सीबीआई ऑफिसर एक तरह से प्रोफेशनल ऑफिसर होते हैं जो कि बड़े अपराधिक मामलों को सुलझाने में एक्सपर्ट होते है। ऐसे कई मामले होते हैं जब आम पुलिस के पास मामलों को समझने के लिए पर्याप्त साधन नहीं होते हैं जबकि सीबीआई को हर तरह के मामले सुलझाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं साथ ही उन्हें हर तरह की जांच करने के पूर्ण अधिकार भी किए जाते है।।

सीबीआई किसके अंतर्गत आती है? (CBI kiske under aati hai)

सीबीआई पूर्ण रूप से भारत की “केंद्र सरकार” के अंतर्गत आती है। ऐसे कई मामले होते हैं जिन पर राज्य की पुलिस दबाव की वजह से एक्शन नहीं ले पाती है लेकिन सीबीआई के ऊपर राज्य के किसी भी राजनेता या मुख्यमंत्री का दबाव नहीं होता है वह खुले तौर पर हर मामले की जांच कर सकती है।

यहां तक कि राज्य  में मौजूद राजनेता या मुख्यमंत्री, सीबीआई को किसी भी तरह का आदेश नहीं दे सकती है सीबीआई को निर्देश देने का कार्य भारत सरकार के गृह मंत्रालय का ही होता है और  सीबीआई अपनी रिपोर्ट भी सीधा गृह मंत्रालय के हाथों में ही सौंपती है। सीबीआई को निर्देश देने का कार्य भारतीय न्यायालय भी कर सकता है लेकिन वह भारत का उच्च या सर्वोच्च न्यायालय होना चाहिए।

 

सीबीआई में कितने अधिकारी होते है?

काफी लोगों के मन में यह सवाल होगा कि सीबीआई के अंतर्गत कितनी पोस्ट आती है? या सीबीआई में कितने अधिकारी काम करते है?  भारत सरकार के द्वारा सीबीआई के अंतर्गत लगभग 7000 के आसपास अधिकारी काम कर रहे होते हैं वर्तमान समय में पदों की संख्या 7274 है जिसमें से 6391 भरे हुए है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि एक सीबीआई ऑफिसर बनना कितना मुश्किल काम हो सकता है जब भी पुराने अधिकारी चले जाते हैं तब नए अधिकारियों की भर्ती की जाती है।

 सीबीआई का बजट क्या है?

गृह मंत्रालय के द्वारा हर साल सीबीआई के लिए बजट निर्धारित किया जाता है जो कि उनकी गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए जरूरी होता है। सीबीआई के तहत काम करने वाले अधिकारियों को वेतन यहां तक कि रिटायर्ड हो चुके अधिकारियों को पेंशन और संसाधन उपलब्ध कराने का बजट भी इसी में शामिल होता है। साल 2022-23 वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा सीबीआई का बजट ₹911 करोड़ का रखा गया था।  हर साल सीबीआई के बजट में बदलाव किए जाते हैं।

सीबीआई का मुख्यालय कहां है? (CBI ka mukhyalay kahan hai)

राजधानी नई दिल्ली में केंद्रीय एजेंसी के मुख्यालय स्थित है और सीबीआई का मुख्य हेड क्वार्टर भी नई दिल्ली में स्थित है।आपको यह पता होना चाहिए कि देश की राजनीति व प्रशासन का केंद्र दिल्ली रहा है और इसी वजह से दिल्ली में ही केंद्र का मुख्यालय होता है।  सीबीआई का मुख्यालय भी  दिल्ली में रखा गया है। इसी जगह पर सीबीआई के सभी अधिकारी उच्च अधिकारियों व गृह मंत्रालय के अधिकारियों को रिपोर्ट करते हैं।

सीबीआई के डायरेक्टर कौन है? (CBI ke director kaun hai)

आप ने सीबीआई के बारे में अधिकतर जानकारी तो प्राप्त कर ली है लेकिन आपके लिए यह जानना भी जरूरी है कि सीबीआई के वर्तमान के डायरेक्टर कौन है?  सीबीआई के वर्तमान डायरेक्टर या निदेशक “प्रवीन सूद” है। सीबीआई के डायरेक्टर की नियुक्ति भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा की जाती है। सीबीआई निदेशक का कार्यकाल एक सीमित समय तक का होता है जिसके बाद किसी अन्य वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी को निदेशक के पद के लिए चुना जाता है।

सीबीआई को कोन निर्देश दे सकता है?

सीबीआई को सर्वोच्च मंत्रालय द्वारा निर्देश दिए जाते हैं और सीबीआई को अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय के हाथों में सौंपनी होती है। गृह मंत्रालय ही सीबीआई को हैंडल करने का कार्य करता है इसके अलावा सीबीआई के उच्च अधिकारी या निदेशक भी अपने से छोटे अधिकारी को निर्देश दे सकते है।

इसके अलावा सीबीआई को न्यायालय और न्याय व्यवस्था के द्वारा भी निर्देश दिए जा सकते हैं लेकिन हर न्यायपालिका सीबीआई को निर्देश नहीं दे सकती है। केवल उच्च व सर्वोच्च न्यायालय ही सीबीआई को निर्देश दे सकता है और रिपोर्ट सौंपने को कह सकता है। इनके अलावा किसी अन्य के द्वारा सीबीआई को निर्देश नहीं किया जा सकता है।

सीबीआई किस मामले की जांच करती है? (CBI janch kya hai)

यह प्रश्न काफी लोगों के मन में होता है कि सीबीआई किस तरह के मामले की जांच करती है? या किस तरह के अपराधिक मामलों को हैंडल करने का काम सीबीआई करती है। सीबीआई अपने द्वारा किसी मामले की जांच नहीं कर सकती है सीबीआई निर्देश मिलने पर किसी मामले को अपने हाथ में लेती है।

जब भी कोई अपराधिक मामला सामने आता है तब पुलिस प्रशासन या उस जगह के स्थानीय पुलिस को ही मामला सुलझाना होता है।  केवल कुछ महत्वपूर्ण कारण ही होते हैं जिस वजह से मामला सीधा सीबीआई के हाथों में चला जाता है जिनमें से कुछ कारण हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं-

  • जब किसी राज्य में कोई बड़ा अपराध देखने को मिलता है जो कि बहुत ही ज्यादा पेचीदा होता है और जिसे जल्द से जल्द सुलझाना बहुत ही इंपॉर्टेंट हो जाता है तब ऐसे समय में उस राज्य की राज्य सरकार गृह मंत्रालय से सीबीआई जांच की मांग कर सकती है। जब गृह मंत्रालय राज्य सरकार की मांग को मंजूर कर लेता है तब सीबीआई की एक टीम बनाने का आदेश देते हैं जो कि इस मामले की जांच के लिए निकल जाती है।
  • जब कोई अपराधिक मामला बहुत बड़ा होता है जिसका समाज पर एक गहरा असर पड़ता है तब केंद्र सरकार खुद भी उस मामले को सुलझाने के लिए सीबीआई जांच के आदेश दे सकती है लेकिन इसके लिए राज्य सरकार की अनुमति लेना आवश्यक है।
  •  इसके अलावा जब न्यायालय में कोई बड़ा पेचीदा मामला सामने आता है तब उच्च या सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी सीबीआई को मामले की जांच करने के लिए बाध्य कर सकते है।

एक बात हमेशा ध्यान रखिए कि सीबीआई को किसी छोटे-मोटे मामले की जांच में नहीं लगाया जाता है बल्कि सीबीआई हमेशा ऐसे ही अपराधिक मामलों की जांच करती है जिसके लिए सीबीआई या उच्च अधिकारी की जांच काफी इंपोर्टेंट होती है। कभी-कभी जनता के दबाव में भी सीबीआई जांच की मांग की जा सकती है।

 सीबीआई में कैसे जाएं?  (CBI me kaise jaye)

अगर आप भी एक सीबीआई ऑफिसर बनना चाहते हैं या आपका एक सीबीआई ऑफिसर बनने का सपना है तो इसके लिए आपको एक कठिन परीक्षा से गुजरना होता है।  भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा हर साल सीबीआई के पदों पर भर्ती आयोजित की जाती है।  अगर आप  ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं तब आप भी सीबीआई भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं सीबीआई परीक्षा में सामान्य ज्ञान, गणित, रिजनिंग और अंग्रेजी जैसे इत्यादि विषयों से रिलेटेड कठिन सवाल पूछे जाते हैं।

जब आप एक बार परीक्षा को पास कर लेते हैं तब आपका मेडिकल और फिजिकल टेस्ट लिया जाता है। अगर आप दूसरे चरण से भी निकलने में कामयाब होते हैं तब आपका इंटरव्यू बड़े अधिकारियों द्वारा लिया जाता है जब आप इस प्रक्रिया को भी पूर्ण कर लेते हैं तब आपको आखिर में अपना डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाना पड़ता है।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन इसलिए जरूरी होता है क्योंकि कहीं ऐसी गुंजाइश ना हो कि आप ने भारत सरकार को भ्रमित करने का कार्य किया है। इसके अलावा अगर आपकी जानकारी सही होती है तब आपको सीबीआई पद के लिए नियुक्त कर लिया जाता है।

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