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Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022: ऑनलाइन आवेदन, पात्रता, उद्देश्य व कार्यान्वयन

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022: भारत के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले अधिकतर बच्चों में कुपोषण की समस्या पाई जाती है.  जागरूकता ना होने तथा आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण बच्चों को उचित पोषण युक्त भोजन नहीं मिल पाता.   इसी क्रम में सरकार की ओर से मिड डे मील योजना के अंतर्गत बच्चों को स्कूलों में मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जाता है.  इसी योजना के अंतर्गत बच्चों को और अधिक पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराने की क्रम में राजस्थान सरकार की ओर से मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना की शुरुआत की गई है इस योजना के अंतर्गत बच्चों को निशुल्क दूध उपलब्ध कराया जाएगा.

कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को इस योजना के अंतर्गत निशुल्क दूध दिया जाएगा.  योजना से जुड़े अधिकारियों के अनुसार बच्चों में एनीमिया कैल्शियम की कमी को देखते हुए राजस्थान सरकार की ओर से मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के अंतर्गत बच्चों को दोपहर के भोजन के समय दूध देने की योजना को तैयार किया गया है.

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 | क्या है मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना

मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना की शुरुआत 29 नवंबर 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा की गई  की गई है.  इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को पोषण प्रदान करने के लिए दूध का वितरण करना है. इस योजना के अंतर्गत राजस्थान की सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों को लाभार्थी के रूप में सम्मिलित किया गया है. मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है.  इस योजना को मिड डे मील योजना की सहायक योजना भी कहा जा सकता है इस योजना के अंतर्गत राजस्थान सरकार के कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को निशुल्क दूध दिया जाएगा ताकि बच्चों में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सके और उन्हें उचित पोषण प्राप्त हो सके.

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 – एक नजर

योजना का नाम Mukhyamantri Bal Gopal Yojana
शुरू की गई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा
शुभारंभ 29 नवंबर 2022
उद्देश्य छात्र-छात्राओं को पोषण प्रदान करने के लिए दूध का वितरण करना
लाभार्थी कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे
राज्य राजस्थान
साल 2022

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 के उद्देश्य

मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का उद्देश्य ग्रामीण बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करना और उन्हें उचित पोषण उपलब्ध कराने के लिए व कैल्शियम की पूर्ति हेतु निशुल्क दूध उपलब्ध कराना है.  इस योजना के अंतर्गत सप्ताह में 2 दिन बच्चों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा. इस योजना के तहत कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए 200 मिलीलीटर दूध स्कूल में पीने के लिए दिया जाएगा.  राज्य के प्राइमरी विद्यालय मदरसों विशेष प्रशिक्षण केंद्रों जूनियर हाई स्कूलों में योजना के अंतर्गत दूध की आपूर्ति की जाएगी.  स्कूलों में आपूर्ति किए जाने वाले दूध को राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन के द्वारा खरीदा जाएगा.

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 के लाभ

मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में और सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को उचित पोषण की प्राप्ति हो सकेगी.  क्योंकि आज भी भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कई परिवारों में बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध न करा पाने की समस्या देखने को मिलती है ऐसे में इस योजना के अंतर्गत बच्चों को मध्यान्ह भोजन के साथ-साथ सप्ताह में 2 दिन दूध भी उपलब्ध कराया जाएगा जो कि बच्चों को विकास को जो कि बच्चों के विकास को देखते हुए बेहद उपयोगी सिद्ध होगा.

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Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 की पात्रता

  • Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 के अंतर्गत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के सभी छात्र पात्र होंगे.
  • इसी के साथ मदरसों और विशेष प्रशिक्षण केंद्रों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा.
  • मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के अंतर्गत बच्चों को प्रार्थना सभा के तुरंत बाद पीने के लिए दूध दिया जाएगा.
  • सप्ताह में 2 दिन निर्धारित किए गए हैं यदि किसी निर्धारित दिन स्कूल में अवकाश होता है तो उसके अगले दिन छात्र-छात्राओं को दूध उपलब्ध कराया जाएगा.
  • सरकार का मानना है कि दूध के माध्यम से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास तेज होगा और बीमारियों से भी दूर रहेंगे.

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 आवेदन प्रक्रिया

Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2022 में शामिल होने के लिए बच्चों को किसी प्रकार का कोई आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है. राजस्थान के किसी भी सरकारी विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 8 तक में अध्ययन करने वाले सभी छात्र छात्राएं इस योजना के अंतर्गत स्वत ही पात्र माने जाएंगे.

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